ITR Kya Hota Hai / TDS Kya Hota Hai in Hindi 2025
क्या आप जानते है की ITR ,TDS और इनकम टैक्स मे क्या फर्क है क्योकि इन तीनों मे बहुत लोंगा क्न्फ़्युज रहते है जब भी वो लोग पैसे कमाने लगते है तो वो क्न्फ़्युज रहते है की TDS क्या है ITR क्या और इनकम टैक्स क्या है तो आज हम आप को सारा डिटेल्स मे आपको बताने वाले है हर चीज देखिये सबसे पहले हम समझेगे की TDS के बारे मे
TDS क्या होता है
देखिये हम आप को बात दे की TDS होता है TAX DEDUTION SOURCE ( टैक्स डिडक्शन सोर्स ) आप मन लीजिये की कही से आप पैसा कम रहे है कमीशन के रूप मे तो वह आपका TDS काट लेता है उद्धरण के लिए मै आपको बताता हु मन लीजिये की अपने 1 लाख रुपये का पेमेंट आप को लेना है किसी को अपने कोई सर्विस दिया तो वो आपका मन लो 10% TDS कट कर लेता है अब यहा अलग -अलग केसेस मे होता है ईसपे कभी डिटेल मे बात करेंगे 1% भी हो सकता है 2% भी हो सकता है या 10% भी हो सकता है लेकिन हम उद्धरण के लिए मन लीजिये हम 10% वो कट कर लेता है
तो वह आपको 90 हजार रुपये आप को आप के खाते मे देगा और बाकी के 10% जो 10 हजार रुपया है वो TDS कट कर लेगा और वह जो TDS है वो जमा कर देगा इनकम टेक्स विभाग को तो वह पर देखो तो चला जाएगा TDS तो एक तरफ से वो आप का टैक्स नही है वो TDS है अब यह TDS आप को वापस कैसे मिलेगा और उसका डिटेल हम आप को समझते है उससे पहले आप को समझना पड़ेगा ITR के बारे मे
ITR क्या है
ITR का मतलब होता है INCOME TAX RETURN ( इनकम टैक्स रिटर्न ) अब इनकम टैक्स रिटर्न का मतकब ITR भरने का मतलब यहा नही है की हमे टैक्स देना ही देना है इसका बिल्कुल मतलब नही है देखिये गवर्नमेंट का जो स्लैब है अभी फिलहाल की बात करे तो भाई 7 लाख तक आपको कोई टैक्स नही लगता टैक्स आप को इसमे 0 लगता है उसके बाद वो स्लिप चलता जाता है 5%,10% 20%,30% और यहा जो सिलेबर है हर साल चेंज हो सकता है मन लीजिये अपने पूरे साल के अंदर सपोर्ट 4 लाख रुपया का कमाई किया है अब 4 लाख रुपया सपोज कमाई किया तो आपका टैक्स तो आपका टैक्स तो यहा पर आप का लगेगा नही क्योकि 7 लाख तक का टैक्स फ्री है
तो यहा पर आपको अब ITR फाइल करना है ITR इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने का मतलब यहा है की आप एक्चुअल मे आप इनकम टैक्स विभाग को या बता रहे है की भाई मैने इस साल 4 लाख रुपया कमाए है कैसे कैसे कहा -कहा से मेरे पास पैसा आया है यानी की अपने इनकम का पूरा बेवर एक तरफ से देना मै बहुत सरल भाषा मे आपको समझा रहा हु यही है ITR फाइल करना इसको आप किसी अकाउंट के जानकार से करवा सकते या आप ऑनलाइन खुद भी कर सकते है और यहा सब कुछ आप के पैन कार्ड के नंबर पर होता है पैन नंबर का मतलब होता है Permanent Account Number ( परमानेंट अकाउंट नंबर ) होता है
आप जितना भी टैक्स पे करते है इन सभी का हिस्ट्री आप को अपने पैन कार्ड नंबर पर जोड़ दिया जाता है ताकि आप कभी भी इस हिस्ट्री को आसानी से देखा सकते है अब देखो हुआ क्या मन लीजिये की अपने कुछ पेमेंट को रिसिव किया और आपका TDS कट गया 25 हजार रुपया पूरे साल के अंदर साल कैसा होता है एक अप्रेल से लेकर 31 मार्च तक का जिसको हम फाइनेंशियर ईयर बोलते है मन लो सपोज आपके 25 हजार रुपया टोटल TDS कट गया अब अपने जो कमाई 4 लाख रुपया तो आप या TDS को वापस आपको मिल जाएगा
क्योकि आपका जो टैक्सेबल इनकम यो है ही नही 7 लाख तक तो जीरो रुपया है तो जैसे ही आप ITR को भरोगे ITR को फाइल करोगे तब आप वह पर बेवर दोगे की मैने तो पूरे फाइनेंशियर ईयर मे मे सिर्फ 4 लाख रूपाय का कमाई किया है तो मेरे पर कोई टैक्स तो बनाता ही नही है तो जो 25 हजार आपका TDS काटा था वो जितना भी काटा था वह आप को वापस मिल जाएगा वापस सरकार आपको दे देगी वो भी इंटरेस्ट के साथ इसके अलाव एक चीज और है मन लीजिये आप ने 8 लाख रुपये कमाई किया 8 लाख रुपया आप ने कमाई किया और अपने ITR मे बेवर दिया है की मैने 7 लाख रुपया कमाई किया तो 7 लाख तक का तो आपका इनकम टैक्स बिलकुल फ्री है अब जो ऊपर का 1 लाख रुपया बचा है उस पर आप को टैक्स देना है
अब मन लीजिये की उस पर जो टैक्स देना है वो 5% टैक्स है तो 5% कितना हुआ मन लीजिये मे जोड़ा नही रहा हु आप समझा जाना 5% का आप का हुआ 5000 हजार रुपया और आप का TDS कट हुआ था 25 हजार रुपया तो बाकी के आप के 20 हजार आप को यहा पर रिटर्न हो जाएगा इस तरीके से सेटलमेंट हो जाता है
इनकम टैक्स क्या है
अब बता करते है इनकम टैक्स का तो यहा तो आप ने एक चीज तो समझ गए की TDS टैक्स डिडक्शन सोर्स है किसी को भी आप सर्विस देते है तो वह आप का TDS को कट कर जाम कर देता है सरकार को और जब आप ITR को फाइल कर देते है तो उसका सेटलमेंट उसे टाइम होता है अगर आप टैक्स मे नही आते तो पूरा टेर्ड्स आपको वापस मिला जाता है तो ITR फाइल करने का मतलब यहा नही होता की हमे टैक्स देना ही है बस हमे जस्ट अपने इनकम का बेवर देना होता है की आप के पास पैसा कहा से आ रहा है और जा रहा है बस इसके अल्वा कूछ नही होता है
अब बात करते है इनकम टैक्स का तो इनकम टैक्स का क्या होता है स्लिप के हिसाब से लगता है मन लीजिये सपोज एक स्लैब है की भाई 7 लाख तक तो फ्री है यानी 7 लाख आप ने इनकम को दिखाया तो उस पर टैक्स नही लगता है उस पर कोई पैसा नही लगता है बस आपको रिटन को फाइल कर देना है कोई टैक्स आप का नही लगेगा और जो आप का TDS जमा है वह आप को वापस मिल जाएगा और इसके बाद सपोज स्लैब मे मन लो ऐसा है की भाई 10 लाख तक अगर आप कर 10 लाख ताल आपका मल लेते है तो मल लो 20% है तो उसमे क्या होगा की जो 7 लाख तक आपका जो इनकम जो जीरो है वो तो घाटा दिया जाएगा और जो बाकी के इनकम बचा है उसके स्लैब के हिसाब से उस पर टैक्स लगेगा और वो आप को पे करना पड़ेगा
अब मैने आपको बहुत सरल तरीके से बहुत शर्ट मे समझने का कोसिस किया हु तो आपको आगे से कांफ्यूज नही होना है बहुत लोंगा समझते है TDS जो कट गया अब यहा वापस नही मिलेगा कुछ लोग समझते है ITR का मतलब टैक्स ही भरना होता है ऐसा नही है जब तक आप टैक्स की स्लैब मे नही आते है तब तक आप के ऊपर नही लगया जाता है और TDS वापस आ जाता है और ITR का मतलब टैक्स भरना नही होता है
📈 Create a Demat account for Free
🆓 Free AMC for the first year
0️⃣ ₹0/- brokerage across all orders for the first month