Saving Account में कितना पैसा रखना चाहिए ?
आज के टाइम में अमीर हो या फिर गरीब लगभग हर किसी आदमी के पास एक एक बैंक अकांउट होना जरूरी है क्यों की ज्यादातर सैलरी के रूप में होने वाला आप का कमाई आमतौर पर बैंक अकांउट में ही आता है इतना ही नही जब से सब कुछ डिजिटल हुआ है तब से तो यह और जरूरी हो जाता है क्यों चाहे वो मजदूरी क्यों न करता हो अब पैसा सीधे बैंक अकांउट में आता है यूपीआई के जरिए बहुत कम ही लोग है जो आज भी कैश में लेनदेन कर रहे है
ये भी पढ़े 👉RBI Online Transaction पर होगा बड़ा अपडेट आखिर बड़ा अपडेट क्या होगा
सेविंग अकाउंट में आमतौर पर लोग अपनी बचत का पैसा रखते हैं. आप जितने चाहें, उतने सेविंग अकाउंट खुलवा सकते हैं. यही नहीं सेविंग अकाउंट में पैसे जमा कराने की भी कोई लिमिट (Saving Account Limit) नहीं है. यानी, आप सेविंग अकाउंट में चाहे जितना पैसा जमा कर सकते हैं
भारत में ऐसे में आप को पता होना चाहिए की आपके सेविंग अकाउंट में जमा आप का पैसा क्या इनकम टैक्स के दायरे में आता है या नही आज हम आप को बताने वाले है इसकी पूरी जानकारी देने की कोशिश करेगे
सबसे पहले आपको पता होना चाहिए की बैंक में खाता खुलवाने की तीन विकल्प मौजूद है जैसे – सेविंग अकाउंट, करंट अकांउट, और सैलरी अकांउट हल की देश में ज्यादा तार लोगो के पास बचत खाता होता है यानी की सेविंग अकाउंट देश में सबसे ज्यादा लेनदेन लोग बचत खाते से ही करते है लेकिन क्या आप को पता है एक सेविंग अकाउंट में कितन पैसा रखना चाहिए ज्यादा मत सोचिए वैसे बचत खाते में कितन भी पैसा रखा लीजिए
Kotak open account zero balance |
ये भी पढ़े 👉 5 Things You Need to know About Credit Card in Hindi 2024
इसमें कोई लिमिट नही होता लेकिन शायद आपको ये नही पता हो की सेविंग अकाउंट में जाम पैसा इनकम टैक्स के दायरे में आता है लेकिन कब आता है ये हम आप को अब बात देते है
सेविंग अकाउंट में लोग अपनी सेविंग रखते हैं। कई लोगों के मन में सवाल आता है कि वह इस अकाउंट में कितना पैसा डिपॉजिट कर सकते हैं। आपको बता दें कि आप इस अकाउंट में कैश रखने पर कोई लिमिट नहीं होती है। इसका मतलब यह है कि आप जितना चाहे उतना पैसा रख सकते हैं। आपको एक बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि आप इस अकाउंट में सिर्फ उतना ही कैश रखें जो आईटीआर के दायरे में आता है। अगर आप ज्यादा कैश रखते हैं तो आपको जो इंटरेस्ट मिलता है उस पर आपको टैक्स देना होता है।
ये भी पढ़े 👉EMI Calculator: EMI क्या होती है,इसको कैलकुलेट कैसे किया जाता है और जानिये विस्तार से 2024
खाता में कितने पैसा रखे
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स के अनुसार किसी भी बैंक अकाउंट में एक फाइनेंशियल ईयर में 10 लाख रुपए से ज्यादा का रकम की जानकारी देनी अनिवार्य है यह लिमिट एफडी म्युचुअल फंड्स बांड और स्टॉक मार्केट में निवेश पर भी लागू होता है वहीं बचत खाते पर मिलने वाले व्याज पर भी टैक्स का भुगतान करना होता है लेकिन इससे जुड़ी कुछ नियम है
जैसे इनकम टैक्स एक्ट सेक्शन 80 TTA के तहत आम लोगो को बचत खाते पर एक वित्तीय वर्ष में अर्जित 10,000 तक के व्याज पर कोई टैक्स नही लगता अगर इंट्रेस्ट अमाउंट इस से ज्यादा होता है यानी 10,000 से ऊपर है तो आप को व्याज आपको मिल रहा है आप के जाम पैसे पर तो आप को टैक्स देना पड़ता है हल की सीनियर सिटीजन के लिए ये लिमिट 50,0000 हजार तक है यानी यह पर रियायत कर रखी है
ये भी पढ़े 👉Indian RuPay Card विदेशी Master Card और VISA से ज्यादा फायदा देने वाला है
आप सोच रहे होगे साल में 10,000 से ऊपर के व्याज पर टैक्स क्यों देना होगा दरसाल बचत खाते से अर्जित व्याज को अन्य सूत्रो से होने वाली आपकी इनकम के तौर पर ही जोड़ा जाता है और फिर आपको कुल आय पर संबध टेक्स ब्रैकेट के अनुसार टैक्स देना होता है आज के तारीख में देश में सभी दिग्गज सरकारी और प्राइवेट बैंक बचत खाते पर 2.70 फीसदी से लेकर 4 फीसदी तक का व्याज दे रहे है उम्मीद है यह जानकारी आप के काम आएगा