Home loan Default Aese Bachega 2024
हर किसी को अपना सपनों का घर बनाना हर किसी का सपना होता है लेकिन प्रापर्टी की बढ़ती कीमतों ने मेट्रो शहरो मे अपना घर लेना लोगो के लिए आसान नही रहा है मेट्रो शहरो मे घर लेने के लिए लोंगों को भरी भरकम रकम की जरूरत होता है मेट्रो शहरो मे 2 बीएच के कीमत 60 लाख से लेकर 1 करोड़ के बीच होता है यह हम अफोर्डेबल घरो की बात कर रहे है
लग्जरी सेगमेंट मे तो दाम करोड़ो मे चले जाते है ऐसे मे आम इंसान को घर लेने के लिए होम लोन का सहारा लेना होता है खासकर नौकरी पेशा लोग होम लोन के सहारे ही घर खरीद पाते है होम लोन की भारी भरकम ईएमआई भी बनाता है कई बार ईएमआई तो डिफॉल्ट हो जाता है इस पोस्ट मे हम आप को बताने वाले है की आप का अगर होम लोन डिफॉल्ट हो जाए तो आप के पास विकल्प क्या है और क्या प्रोपर्टी बेचना वाकई मे सही विकल्प हो सकता है
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ईएमआई डिफॉल्ट क्या है
सबसे पहले हम आप को बताएँगे की होम लोन डिफॉल्ट होता क्या है होम लोन डिफॉल्ट तब होता है जब आप अपना ईएमआई का भुगतना समय पर नही कर पाते है भारत मे बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन आमतौर पर 3 महीने का तक ईएमआई नही चुकाने पर आपको डिफॉल्ट घोषित कर देते है लोन की किस्त नही चुकाने पर आप के क्रेडिट हिस्ट्री पर स्कोर पर बुरा असर पड़ता है इसके अलावा बैंक की ओर से कारवाई किया जाता है
होम लोन डिफॉल्ट होने पर असर
डिफॉल्ट करने का सबसे बुरा असर आप के क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है और आप का क्रेडिट स्कोर गिर जाता है इसका असर यहा होता है की भविष्य मे कोई भी लोन या क्रेडिट कार्ड पाना आप के लिए मुश्किल हो जाता है लोन की रिकवरी के लिए बैंक आप के पास एजेंट को भेज सकता है को आपको फोन कर सकते है या नोटिस भेज सकते है और बैंक आप के प्रापर्टी को जप्त भी कर सकता है जपती के बाद आप के प्रापर्टी को नीलाम कर सकता है बैंक कानूनी कारवाई भी कर सकता है और आपके के खिलाफ कोर्ट मे भी जा सकता है
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होम लोन डिफॉल्ट से कैसे बचे
अब आते ही लोन डिफॉल्ट स्थिति आ जाता है तो एक ग्राहक को क्या करना चाहिए एक ग्राहक के सामने डिफॉल्ट की स्थिति मे क्या विकल्प मौजूद है डिफॉल्ट की स्थिति मे सबसे पहले आप को बैंक से संपर्क करना चाहिए कई बार लोन डिफॉल्ट के स्थिति मे बैंक आप को समय दे सकता है या लोन की अवर्धी को बढ़ा सकता है डिफॉल्ट की स्थिति मे बैंक आप को लोन री-स्ट्रक्चरिंग का विकल्प दे सकता है आप के ईएमआई के राशि को कम किया जा सकता है ग्राहक के पास लोन ट्रांसफर का भी विकल्प रहता है
दूसरे बैंक से सस्ते रेट पर लोन का विकल्प मिल जाता है और इससे आप का ईएमआई कम हो सकता है डिफॉल्ट की स्थिति मे ग्राहक के पास पार्शियल पेमेंट का भी विकल्प भी रहता है इससे व्यजा के बोझा को कम किया जा सकता है और प्रापर्टी की नीलामी भी बैंक कर सकता जिससे आप का प्रापर्टी को बेच कर बैंक लोन की रिकवरी कर सकता है इससे आप कानूनी कारवाई से बच सकते है
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इसके अलावा प्रापर्टी को बेचान भी एक विकल्प है आप अपना प्रापर्टी को बेच कर भी लोन की रिकवरी कर सकते है और अपने बकाया लोन को चुका सकते है बकाया लोन को चुकाने के बाद आप का क्रेडिट स्कोर भी खरब नही होता है लेकिन आप के प्रापर्टी को एक दाम से बेचान आसना नही होता है कई बार तो औने पौने दाम मे प्रापर्टी को बेचने पड़ सकता है अगर आप उसी घर मे रहा रहे है जिसका लोन डिफॉल्ट होता है तो आप के लिए यहा स्थिति तो और खराब हो जाता है घर से भावनात्मक लगाव भी रहता है
इसके अलावा डिफॉल्ट स्थिति मे आप किसी रिश्तेदार से भी फंड का अरेंजमेंट कर के डिफॉल्ट से आप बच सकते है डिफॉल्ट की स्थिति मे आप इन सभी विकल्पो पर आप गौर कर सकते है वैसे तो हम को पता है की डिफॉल्ट की स्थिति तो खराब ही होता है ऐसी स्थिति मे ग्राहक कुछ सोच नही पाते लेकिन आप को सोच समझ कर फ़ैसला लेकर आप डिफॉल्ट की स्थिति से पार हो सकते है